दिलों में है जजबा, कदमों में जाल
हर तरफ है जोश, जैसे हो भूचा
तेज हवाओं में हर कदम उठता
जोश का तुफान दिलों में बसता
जोश का तुफान हर दिल में जगे
पुंडीदों की लहा हर पल संग चले
आंधियों की धारा सपनों को ले जाए
दिलों की कुकार जहां को दिखाए
जोश के तुफान में
अब हम दहेंगे
नहीं रह पल कदम हम दरेंगे
नहीं रह पल कदम हम दरेंगे