आसनान में चमकेते ही तारे खाबों में बसी नई दुनिया हमारे
चुबकती है जो बिचली देलों में सजे हर खाब में नए अर्माँ चले
खाबों की बिचली चमतती है यहाँ तिल की धरती पर चलती है वहाँ
सपनों के बादल बरसते अब खाबों की बिचली देखो चमके सब
हर खाब में अब पुछेगी खेगी खाबों की बिचली दिलों में बनदेगी
खाबों की बिचली देखो चमके सब
आपके पिजली
चमकती है यहाँ
बिल की धर्ती पर
जलती है वहाँ
वहाँ
सपनों के बाद
बरसाते अब
खाबों की पिजली
देखो चमके सब
हर खाबों में
अब तिखेगी खेगी
खाबों की पिजली
दिलों में तन भेगी