अखो अखो में
नजरों से इसा तीर चलाया
तब कुछ भुला के मुझको
पागल बनाया
उस पर्देसी ने दिल को दुखाया नीद उड़ाई मेरी चैन चुराया
मैं दिल ले गया पर्देसी ओ अखो अखो में
दिल ले गया पर्देसी
तगपागा पादा तगड़े
तगड़े
जुदाई कैसे सहू मैं अपना दुखडा
किसको कहू मैं