बहुत हुआ तेरा रूठना
मेरा मनाना
रख ले अपने पास ही यादों का खजाना
अब तो जाने दे जाने दे जाने दे
थोड़ी सांसे भी अब तो आने दे
कुल मेरे क्यूं रघे
यार आवे पच्चतावे
ओ रब्बा मेनू ऐसी जगा लेजा
ऐसी जगा लेजा
जिथे मेनू योदी याते ना आवे
ओ रब्बा मेनू ऐसी जगा लेजा
ऐसी जगा लेजा जित्थे मैंनों योदी या नाया बे
उसे भूल चुके हैं हम जाके उसे जूठ बता दो कोई
वो दिल से उतर जाए मेरे मुझे ऐसी दवा दो कोई
बदला जाता है कैसे ये मुझे को सिखा दो कोई
वो जहरा ना पहचानूं मैं मुझे ऐसी दूआ दो कोई
अल्ला कारे बाकी जिन्दगी
कल या गुजर जादे
हाँ रब्बा हमें नूँ ऐसी जगा लेजा
ऐसी जगा लेजा
जित्थे में नूँ योदी याद ना आवे
हाँ रब्बा हमें नूँ ऐसी जगा लेजा
ऐसी जगा लेजा
जित्थे में नूँ योदी याद ना आवे