आरे मात शरशुती कुर शुमिरत हैं
बेड़ा खेल गई ओपार शेरावारी
माता शुमी तो मिती दूमी न जाए मन्यधारी
आरे सिंग सबारी यहे मायारी
बारी कौन लगाईती बारे
जब जब भी रबडीती भक्तन भे
तब तुम मैया करीती सहाये
आरे मात शुमिरत हैं
बेड़ा खेल गई ओपार शुमिरत हैं
बेड़ा खेल गई यहे मायारी
बेड़ा खेल गई ओपार शुमिरत हैं
बेड़ा में नपुरी की नधियाई शन के मजदानी
आधे जैतरा मनों मी यहों ज्याजवानन के होत घमशानी
आरे मात शुमिरत हैं
बेड़ा खेल गई ओपार शुमिरत हैं
बेड़ा खेल गई यहों ज्याजवानन के होत घमशानी
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
मैया शुमिरी अनसुया को भूले अच्छर दी जो बताई
इनों देवन ललना करके और उपलना में दाओ जुलाई
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
आधे जैतरा में नपुरी की नधियाई शुमिरत हैं
रसला बदला बेबूबद सुनो इधर छितलाई
आरे देसत चिंता तुम्हे क्यूं करते देखो लाखों पीर दिखाई
आरे सिनापती द्रूण को की जाली जाओन कोपल हजमाहाई
एतब राजाने द्रूण बुलाए ताखिल भाए गुरूजी आहाई
दोष्टों जब दिरियोधन ने द्रूणाचार को बुलाया और बोले हैं गुरुदेव
बोले बचन क्यूं नहे कारण जलती भूब कहो समझाई
आरे लगी बार दिरियोधन बोले सुनियो गुरू इधर छितलाई
आरे पीशम बिना आज रन नोका भशियो घोर बोर में जाई
और बिना पितामा के भारत में दौंगा समुदर हो मडरा
और खेबन हार बनो मुकाते ले मो अपने मुकातु बदाई
और मेरे जियत सोच सब त्यागो हशी हशी द्रोण कही समझाई
जब दिरियोधन ने कहा गुर्देव भीशब पिटामा सरसैया बस हो गए अब मेरी मदद कौन करे
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरियोधन चिंदा मत करे
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरिए
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरियोधन चिंदा मत करे
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरियोधन चिंदा मत करे
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरिए
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरिए
तुम शमर का भालो उसी समय द्रोणाच्यार ने कहा दिरिए
यह याद रहे जब द्रोणाचार शीष पर मुकड देरियोधन ने बांद दिया गुरुदेव सेनापती का लाब बनेंगे
इधर द्रोणाचार ने कहा कि हम युद्ध के लिए तो त्यार हैं लेकिन हमारी एक शरत है क्या
आरे यार जो नया लगा होई जो रड से तो तुम देख लेवी पुजाई
और दंड बांदी ले धर्म राज के पूरी सेनाथे में गिराई
आरे तो मी बेटा बारेंगे स्वाजिकों को तिक देवें तुमें दिखाई
और खोटन पर सरा मचडिया पैंतो बीचेन मैंतिยें गिराई
और खोटन पर सरा मचडिया पैंतो बीचेन मैंतियें गिराई
जब धर्म राज शमर भूमी के लिए आएंगे अर्जुन शमर भूमी में न हो तो मैं धर्म राज को कहत कर सकता हूं
ये गुर्देव द्रोणाचार नहीं कहा तो शुशर्मा बोला है
आरच्छादी अपीटी शुशर्मा बोले
आरच्छादी अपीटी शुशर्मा बोले पारत हम राखें विलमाए
और चोदे शहशुबीर शंग मेरे थे
निरिध सियोजन पे जाए
आरच्छासं ग्राम करी पारत से तुमसे सत्य कहें समझाए
पोया
और करी बढ़ाई तिर योधन ने समरत या पुर्शार थी राए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
और करी बढ़ाई तिर योधन ने समरत या पुर्शार थी राए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
मित्र बही जो कामे आपे दीरन जल्दी करो उपाए
जाई सुशरमा से दाखिल वै छोड़े पीर बान भग्याज
जाई सुशरमा से दाखिल वै छोड़े पीर बान भग्याज
होती लड़ाई ये बद्धोनों में कोर बध्यान अब शर्मा जाई
आरे मार न बान लगे जब कसके हसके कहीं सु शर्मा जाई
ग्रेश रेश है ती जार ने तो कौं
घेरों बेलें
ग्रेश रेश है तो कौं घेरों बेलें
बाड़ से बाड़ के खंड़न की नो मारग साफ रहो दरसाई
आरे मार भयंकर भी तन लाभी
पार बाड़ बीत में बाड़ बड़ की नो मारग साफ रहो दरसाई
जूहर रोहे मचाई
आरे छूटन पान शना के बीतें
भारी सब शोर रोचाई
आरे जूहर रोहे मचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे जूहर रोचाई
आरे सूर्शेन तब शेल उठाई
लेके बड़ो है तीर बलबान
शेल के खंड त्रोडने कीने
तब तक कशे सामने बान
आरे करके शेल गीरी धरती पे
तब दिल सूर्शेन घबराने
भिरिले खंग बढ़े आगे कौन
तब कशे मारो द्रोडने साने
शमुई पाड़ कंथ में बीधो
तू तो सी शकिलो धुयाने
बिल खेलो थी आज के तन में
जूझे सूर्शेन मैदाने
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
बिल खेलो थी आगे के तन में
भारत से देवे सुनाए