बोलिये गुरुमाराजी की जैभू
सास कवे बहु रोटी खाले
बहु ने पी जालिया मंगवाई
गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
बहु ने पी जालिया मंगवाई
गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
सास कवे बहु रोटी खाले
बहु ने पी जालिया मंगवाई
गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
बहु ने पी जालिया मंगवाई
गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
सास कहे बहु दोध पी लिये
सास कहे बहु दोध पी लिये
बहु गट गट पेपसी पी जाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
बहु गट गट पेपसी पी जाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
बहु गट गट पेपसी पी जाए गर मैं बड़ी ब्यमारी
मैं बड़ी ब्यमारी
बहु गट गट गट पेपसी पी जाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
ए सास कहवे बहु रोटी खाले
बहु गट गट गट पेपसी पी जाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
बहु गट गट गट पेपसी पी जाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
सास कहे बेटी पानी बर ल्या
सास कहे बेटी पानी बर ल्या
पहुने बिसले रीली मंगाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
सास कहे बहु रोटी
पहुने बिसले रीली मंगाए गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
सास कहे बेटी पानी बर ल्या
पहुने बेटी पानी बर ल्या
पहुने बेटी बिसले रीली मंगाए गर मैं बड़ी ब्यमारी
अशोक भगत का जोर चलेना
अशोक भगत का जोर चलेना
अशोक भगत का जोर चलेना
अशोक भगत का जोर चलेना
आए वो तर यारी गुने काई
गर गर मैं बड़ी ब्यमारी
अशोक भगत का जोर चलेना
सास कहे बहु रोटी काले
आए वो तर यारी गुने काई
पीछा मंगवाई घर घर मैं बड़ी प्यमारी बाउने