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Bakasur Vadh (Rap Version)
V.A
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Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
आई कोकुल में पूतना उसका हुआ था पित्वन्स
हुआ पूतना का बद तरने लगा मानु कंस
जो भी भेजता असूर कोई आया नहीं लोट
सैना असूरों की खतम लगी कंसी ने चोट
बड़ी चिंता का तविश्य नन्ना बालक ना मर पाया
कंस ने किया आवहान एक रक्सस बहा आया
भेज बदलने में माहिर ऐसा माया भी असूर
रूप पकले का बुधरे उसका नाबका सुर
काना माखन खाने बैठे लाड करने लगी
मैया लेकी दोष्टों को संकृष्ण चराने आये
गईया भेज बदल कर वो असूर
काना को मारने आया किंतु विश्णु जी की आगे
किसी की ना चले माया धरा पूले कता पिश
एक बड़ा ही बिशाल किंतु काना समझ गए थे ये कंस की ही चाल
ऐसा देख के बिशाल बुगला डर गए कवाल
सब भागे ऐसे डर के मानो हुआ पुरा हाल
सब बोले काना भागो बरना पगुला खा जाएगा
कृष्ण बोले जो भी होगा आज देखा ही जाएगा
तुम जाओ सब भाग मेरी करना मत फिकर
मेरी माया के सामने इसका करना मत जिकर
काना आगे जैसे बड़े बुगला गया था निकल
स्वेम काल को निकल कर बुगला दिया था जी चल
किन्तु थोड़ी देर बाद बुगला जोर से चिलाया
काना पेट फाड करके देखो बाहर है जी आया
पेट जैसे फटा आसुर का वो कया था जी मर
कुछ दिन और जी लेता गो कुलाता ना आगर
सब मित्र थे परसन काना लोट बापिस आया
थोड़ी देर बाद बुगला असली रूप में था आया
एक नन्ने से बलकी देखो हुई जैजेगार
मुर्क कंस एक बार फिर से गया था जी हार
काना मृत्यू है कंस की उसको करना है सविकार
मतुरा जाकर कृषिन करेंगे अब कंस का उधार
मुर्क कंस का उधार
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V.A
Uploaded byThe Orchard
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