What do you want to listen to?
Song
Bhrashtachari
V.A
0
Play
Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
मैं बस टाचारी सोचू घर पे होंगे दो दो गाड़ी
क्रिकेट बच्चपन में खेला होली हो या फिर हो दिपाली
एकसर में बचकर रहता मेहनत वाली सब कामों से
फिर भी सोचू जेवे फुल होगी मेरी अभी नामों से
शाम के बसते हैं जैसे पाच गुटने लगता गड में सास
टाउन के चकर मारू फिर में चार पाच और फिर में राज
बेसिक मेरा रूल नेवर ट्रस्ट अन मा कूल में टेखी तो अब बसूल है
बिकते ना छोटे मूल पे तलबे चाटे ना किसी भाई की
किरकेट बच्चमन में खेला होली हो या फिर हो दिबाली
एकसर में बचकर रहता मेहनत वाले सब कामों से
फिर भी सोचू जे बेफुल होगी मेरी अभी नामों से
लड़े यहाँ चाली सारे लगे मुझे ठक्स
हटे ले से पैसा जो ना माड़ा फिर ड्रक्स
दिन के चौदर घंटे अभी दे जोल जाल में
पूरे टाइम फेड निकोटीनियन मैं नाप्स
मीठी मीठी बाते यहां लोड़े सारी चालबास
दिखी मेरी बाते तभी लड़के ना आसपास
फटेले से हालत भी चलाता मैं राजपाट
जो भी यहां तेज चली मारो उनके रोजगार
हर दिन गाले लिखो लिस्ट फिर भी ग्रोथ रेट
मौके पे जो काम दे दे वही मेरे सोल मेट
घर गुसे साम को तो मुँ में पहले कोल गेट
फजर क्या जान होते जाते सोने ओन बेट
तू जो बने चाल बस तो हम ही बेटे फ्रॉड हैं
मुँसे निके लब्स तो फिर बेटे सुन ले गौर
तेरी नॉनसेस बातों का मैं रखू हर जवाब
इनके तूत प्रेम मारू तूरी दूत वाले दात
लाग दे दे साथ तो फिर देंगे हर जवाब रे
तू जो बने चाल बस तो फिर बेटे सुन ले गौर
Show more
Artist
V.A
Uploaded byThe Orchard
Choose a song to play