पाता है सोचे,
बात है कहे,
भात है सबकी ज़यी नहीं माने.
किसा को मी छी लगते है!
मन में कोई शौर नहीं दिखते ही के देखेंसे
ओये हा बिंदाज ओये में बिंदाज
हा मैं बिंदाज
अगर कोई मेरे देख देखते ही यही कहें मैं तो हूँ पागल दिवानी
हाँ मैं पिन्दाज
पर जब हूँ ये बाद हाँज क्यू करूं मैं याद
आपने यहाँ सबासःत हूँगे
आज है नया सबासाथ
आज है नया पदीड
तक इसने फका है याद
पीजा पीजोला की
आज है नया सबेर
आज हो नया पसेर
अगर किसने देखा है यादा
मैं हूँ बिंदास
मैं हूँ बिंदास
हाँ मैं बिंदास
बिंदास
जो चाहें सोचे
जो चाहें करें
बात सबकी
जो वो न माने
जो चाहें सोचे
हाँ मैं बिंदास