जान्द सर्पवा जमकेला
कान में जुमका जमकेला
जान्द सर्पवा जमकेला
कान में जुमका जमकेला
भीरी से जब गुझरेले
इतर सद्धिया गमकेला
हामार दिलावाके चैना
चोराली हवास
एगो पगली दिवाना
बनादी
हलास एगो पगली दिवाना बनादी हलास
कुद्रत के कोरी का बढ़ाई धरती पभे जाल बनाई मान के सुकून तब मिली है
जलक जब पाई एक जलक
जब पाई
हमारा जीयेके चाहत बढ़ाँदी हलास एगो पगली दिवाना बनादी हलास
एक भाग तो बेजागी हो जब उहके गले से लगाई