अखी ठारान काना वैना
तैनु वेख के
सिकतिया सड़तिया हो याँ
ओ जागते होनी हैं
जात सारान काना वैं तैं
सुका भाल नहीं तेरीयां
जागते होनी हैं
भुली सारी जिन्दगी
समझारी
पहें बच्छो
अनजान तुरा पुछे आये नहीं
रात अपना किसे ओर नुधा सबवियाए नहीं
गमिनात मेरी भुलाएने केड़ी
साप जितनाई रांगदा
सोनलोवे हथनाल कदी नप्याएने
करें जागते हो जड़ें जागते हो हां थुद्धा करो जागता केड़ा है सुता केड़ा
हाऊसला हाऊसला
सुन चात बनना मैं ताप बनना
सारे रेप्रेंज़ेंगे में आपने मकसा दाल जाने
शंगा लगना एइ रायवन रापी चाई मैंनु बड़ा चुकाई
जागते हो
कहो लच्चुते ही नाया
ये दन्दा आपछु छुपे ये चान्दो ताई नाया
शंगा लगना एइ
शंगा लगना एइ
वो वो वो
आपने जाने बेरे ने नाई बैदे
परेड़ी बीड़े
शंगा लगना
शंगा लगना
ते संथेर दुनाई जु मैंनु बड़ा चुका लगता है
मैंनु बड़ा चुका लगता है
उठेना
चुका लगना एइ आज ते ठार दिगाई मैंु बड़ा चुका लगना एइ
गलत ना एइ
दिही चड़ियाता ना हट के सा
दिलूतान शिधर बड़ी सा
जु मैंनु बड़ा चुका लगता है मैंनु बड़ा चुका लगता है