रोही सर्दमा सप इसे बत कोहा सलाते है
जुबान के रसिले हैं अंदर तै जहरिले हैं
मार दो ठोक कर सालो मेरा जोगले पेट के कालो में
जनानी आले काम करें आपस दारी बदनाम करें
मार दो ठोक कर सालो मेरा जोगले पेट के कालो में
रए ऐसे लोग अपणों में ही पाए जाते हैं
ऐसे लोगों को शुले का पंच बताते हैं
रए ऐसे लोग अपणों में ही पाए जाते हैं
ऐसे लोगों को शुले का पंच बताते हैं
रह ऐसे लोगों का तो हुका पाणी गेर दो
यार हो या प्यार जड़ते माटी फेर दो
दो पेसा आजा तो साले देख के अकड़े है
रह मतलब तारण हाथ भी जोड़े पाम भी पकड़े है
ऐसे लोग ही आपस में माडस मरवाते है
रह ऐसे लोग अपणों में ही पाए जाते है
ऐसे लोगों को शुले का पंच बताते है
रह ऐसे लोग अपणों में ही पाए जाते है
ऐसे लोगों को शुले का पंच बताते है
इसे मार दियू उसे मार दियू हवा बड़ा देनी
बेहटी की जीब है ये कहीं हला देनी
तू नया नया कुंडा है बेटा अदा छोट जागी
जिस दिन भारे फस क्या रहे तेरी टांग तूट जागी
ये पन रेसो का कट्सा लेके फुल इतराते है
रहे ऐसे लोग अपनों में ही पाए जाते है
ऐसे लोगों को शुल्ह का पंच बताते है
रहे ऐसे लोग अपनों में ही पाए जाते है
ऐसे लोगों को शुल्ह का पंच बताते है
बिना बुलाए गरा किसी के जाना ना चाहिए
लुच़ा जार लफंगा पास बिठाना ना चाहिए
रे खरी बात मुपे कहदा सरमाना ना चाहिए
पी बेती और बुआ बहन का खाना ना चाहिए
रोही सरदना सबस इसे बता कहा से लाते है
राए ऐसे लोग अपनों में ही पाए जाते हैं
राए ऐसे लोग अपनों में ही पाए जाते हैं