निक्स्ट वाईरी जीजी प्रगुना में
भली में नीत भाई धरबार के
जहों जीजी त्रागुनानों जामने गता
अडे ओका पोका खेलके
पुछे उहो पोलके
उ्हाँ आदा बाई केला चाग आई थे रेलके
बाड़ा खुरा पाती बाई यार हो सकी धन्के दाबी देला हमारो समाने सकी
मिले ले जाने घारे के भी कारिया
वारी पर लागे छुते तेहां ते छितारिया
यारो सकी लावे आश्ली
पाती भी दावे आहारो सकी लाएं वारी पर लागे छुते तेहां ते छितारिया
आउ दाबी देला जाबारी समाने सकी
जान लिविकारे नुवाला
जान लिविकारे नुवाला
जान लिविकारे नुवाला