रक्तिये सेहब रक्तिये सेहब राजाजी
हरे भोरा का रुआ है रनिया हो का है
बोलन हो तुहरा के दुख पवंडा है
हरे भोरा का रुआ है रनिया हो का है
बोलन हो तुहरा के दुख पवंडा है
है तुहर मरद का बाटे दरध देतो ना बता
डाबि दा को मुरे आय राजा दाबि
दुख पवंडा है राजा दाबि
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा
रतिये से बोड़ी हो दुखा