प्रेम से बोली दुर्गा मैया की
ये ये ये
दोहो कोईल दोहो कोईल बाढ़ा मांदे खागावा
म्यूसिक बाद मन्टु मनी
खागावा
दाँ दाँ दाँ दाँ
ताहा रासे कोहता निहोम हत जोर हो
बहुत आटे देखोना अखिया से लोर हो
ताहा रासे कोहता निहोम हत जोर हो
बहुत आटे अखिया से देखोना लोर हो
मन गोर्य मोखाली जहारावा
धावा
अरे दोहो कोईल बाढ़ा वामे
दाँ दाँ दाँ दाँ
कोई से मनी असोदा सहानावा
कोई से मनी असोदा सहानावा
कोई से मनी असोदा सहानावा
सुने ए माई काहे नइक भूझत मैई हमार पार असानी
जेने देखी ओने लोग के गाया जी के पानी
ए माई सुने काहे नइक भूझत मैई हमार पार असानी
जेने देखी होने लोगे गाँजी के बाने
अब बहुत अगोही मुकारावा
हर दोह कोईल बाहावा में घारावा
कोईसे मनी यो सोता साहादा
इहे देखी भोईल दिल में ढारावा
कोईसे मनी यो सोता साहादावा
दोसिक बाई मन्तु मनी
तुम ही कुछ करा सुना
एहो महतारी
कोई तुफान तो सेयानिल यानारी
तुम ही कुछ करा सुना
एहो महतारी
कोईसे मनी यो सोता साहावा
देखी भोईल दिल में ढारावा
दोसिक बाई मनी
आई बानियो बरोरे दुआरावा, अभी तो हो कोई लुपा घावा में घारावा, कईसे मौनी यो शोधा सहारावा
इहे तेकी भोईल दिल में डारावा, कईसे मौनी यो शोधा सहारावा
करते हैं