हलकलला बिच्चा जे हुली में
काहे साली भागो तारू फारक हो
रंगे तो तू अपना दिया रखहो
देखी देर बोलता है
काहे साली भागो तारू फारक हो
रंगे तो तू अपना दिया रखहो
आते आवेलू नहीं मिठी बोली में
हर तलझी जाजी हुली में
डाले लो रंगावाच चोली में
हर तलझी जाजी हुली में
हुली में डाले लो रंगावाच
डाले लो रंगावाच चोली में
भोरो बलिया लेके हमारा
उदेलो ओटी नहूं
लाइया में ओभिलो डाले लो आईसे
जो इसने होई मुश्टी लो हो
साली जीजा के लेबे ता मजा हो
दूरी जा जोनी धरे ता पाजा हो
बड़ी मिलो ता मजा थी धोली में
हर साली जीजा जी हुली में
डाले गो रन वा छोली में
हर साली जीजा जी हुली में
डाले गो रन वा छोली में
जीजा सनो जा वाइसे नव सतानी
जाने जाए दीदिया
घोरी में वाइसे नरंगवाँ बोरी
छोड़िया पन जीहे दिया
हर साल साली दील हमा थोड़ दे बेलू
इची करिया के मुहोने मोड़ दे बेलू
जो आलके छोड़ के आइनी आही टोली में
हर साल जीजाजी होली में
डालेन रंगावाँ छोली मैं
हर साल जीजाजी होली में
डालेन रंगवाँ छोली मैं