What do you want to listen to?
Song
Dasht-E-Tanhai
V.A
0
Play
Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
दश्टे तन्हाई से अब कौन निकाले मुझे को
दश्टे तन्हाई से अब कौन
निकाले मुझे को
खो गए वो भी जो थे ढूणडने वाले मुझे को
खो गए वो भी जो थे ढूणडने वाले
मुझे को
दश्टे तन्हाई से अब कौन निकाले मुझे को
चंद लम्हों की मसरत भी बहुत होती है
चंद लम्हों की मसरत भी बहुत होती है
चंद लम्हों के लिए दोस्त बनाले मुझे को
दश्टे
तन्हाई से अब कौन
निकाले मुझे को
चंद अश्कों में सिमट जाओ
कहा मुकिन है
चंद अश्कों में सिमट जाओ कहा मुकिन है
समंदर
जो कोई हो
तो समभाले मुझे को
समंदर जो कोई हो
तो समभाले मुझे को
दश्टे तन्हाई से अब कौन
निकाले मुझे को
जहन रोशन है मीरा मैं हूं अन्धेरों में फराज
देख सकते नहीं दुनिया के उजाले मुझे को
देख सकते नहीं दुनिया
के उजाले मुझे को
तन्हाई से अब कौन निकाले मुझे को
खो गए वो भी जो थे ढूडने वाले
मुझे को
दैश्टे तन्हाई से अब कौन
निकाले
मुझे को
Show more
Artist
V.A
Uploaded byINGROOVES MUSIC GROUP
Choose a song to play