चले दूनों ताके दूनाके चले ना छोड़े धाते
कहे फर्शान बारू बबु आके माई दौरो सजाई घी के दिया दाँ चाराई
अरे कोरो तनजी
कहे फर्शान बारू बबु आके माई दौरो सजाई घी के दिया दाँ चाराई
ओला कौना घाटे है आसो चोले के बाटे
सैया पे भी पियारे
सैया पे भी पियारे बाने ले कोबरे दूरा बाते
चले
सैया पे भी पियारे बाने ले कोबरे दौरा बाते
चले
चली ना छोटे घाटे
भाग भल भागा बाबू आके
कोसे भोरे के घाटे
चली तुम गाते घाटे
सब के हसाईने हमारो
खुस काईने माना
इनके दिहाले खेले
गोधी में लाना
महिमा महान इनका
जान सान सारा हो
सरध हस पूजे पूरा
यूपी बिहार हो
हिंदू पूजे
मड़ी कहे पाराब
मानन हाटे
संया पेही पियरे
संया पेही पियरे
बादेले पवरे
दोरा ग्वाते
चली ना छौटे घाते
भागा भारा
कोसे भोरे के घाटे
चली ना छौटे घाते
अधित गोहरावे सुनू आनुंद देवारावा
देखो छोड़िया आई गईला बॉंबे सहारावा
हो जा तैयार तू करा तैयारी
हला फुल सजाई दवरा में पेन हापियरी सारी
छाठी माई के मही महसाबे जाना टाटे
संयते ही पियरी
जाना टाटे
संयते ही पियरी
बादे ने पगरे गोहरावाटे
चली ना छोटे घाटे
धाखल भारा बाबो आके
कोसे भरे के भाटे
चली दूंगा के घाटे