जो ही आज से चड़ हलवा सा बनामा हो रतिया में देखी ला सा बनामा हो
जो ही आज से चड़ हलवा सा बनामा हो रतिया में देखी ला सा बनामा हो
की कामरी लिया दी जी की सुनी सैया जी की देव कर घुमा दी जी
की सुनी सैया जी की देव कर घुमा दी
सभु जात बट बैजु धुवारी
जल धारे राजा पहीला सुमारी
हमों हाथ जोड़ी राजा कोहतानी
हमर बत तने अभियस मानी
जात बट वै जुदवारी
जल उठारे राजा पहला सुमारी
काहे ना बुझात बट ताहरा हो
जनी जाए राजा तुम हुं बाहरा हो
कि कावर लिया दीजी
कि सुनी सैयारी
कि एवं भर हुं मादी
जी
कि सुनी सैयारी
कि एवं भर हुं मादी
जी
रैटर आनिलस तुरधानिशानी
उन पर कुछ
खुश रहे हर दम भूले दानी
देखी रंजित उमुरत निश हो
अब जात बाडे भोला जिके देश हो
बैकर आनिल सा सुरधा निशानी
उन पर खुश रहे हर दम भूले दानी
जाके लादी गिर्वरंग शाडी जी
जाते बिया मुख्या के गाडी जी
बहाना जाने कोली जी
सुनी सैया जी किते ओ घर घुमा दी जी
सुनी राजा जी किते ओ घर घुमा दी जी