बोले बोले बाबा बैजनाथ की जैए
तूरी के नाच जाओ ताहवा पदावा
तूरी के नाच जाओ ताहवा पदावा
सभा लुग गावों तक कजडिया हो घेरोले पकारी रेप दोड़िया हो
घेरोले पकारी रेप दोड़िया हो
सभा लुग गावों तक कजडिया हो घेरोले पकारी रेप दोड़िया हो
लोगों को मुड़वा सुरवा बापोईले लगवों भी देखो नाचो ता
ती देखो ना देव घोड़ में बसावा पग़ावा तूरी के नाचो ता
तूरी के नाचो ता
तूरी के नाचो ता
सावन हो सुहावन महीना लागे बड़ी पावन हो
भोला के भोने बड़ी लागे मन भावन हो
सावन हो सुहावन महीना लागे बड़ी पावन हो
भोला के भोने बड़ी लागे मन भावन हो
अले कावरिया बाबा दुवरिया भगती में केहूं न बाचता
कि देखाना देव भरमे पासा हाव पागेहा
तुड़ी के नाचाता
कि देखाना देव भरमे पासा हाव पागेहा
तुड़ी के नाचाता
बोला बोला बोलत जाई है
सिका नुझे
सिका नुझे
जोई है सिकंदर धमाल वो तुस पाड़ा जगाई के कड़ी है ओ पकी कमाल वो
सर्मा पिकास के गाना सगुरो देव घोर में बाजोता
देखो ना देव घोर में बसाव पाग़ावा तुरी के नाचावा
देखो ना देव घोर में बसाव पाग़ावा तुरी के नाचावा