चाती ठोक के मैं बोलू जैहिन्द
दो साल, क्यारा महीने, अठारा दिन
लगे बनने में समविधान
जाके गिन जो न बन पाता बीयारं बेद कर बिन
आज दिवस है गणतंत्र
कुर्बानी शहीदों की वज़ज से स्वथांत्र
हम बोलते नहीं जढणडा
हर भारती ये जीता तिरंगा
26 नुवंबर 1949 में हुआ पास था समविधान का
अंतिम ड्राफ्ट लागू 26 जन्वरी साल 50
क्यूकि नहरू और बोस ने
1929 के सेशन लाहौर में
रवी के सट लहराया तिरंगा और ठाना था गौर दें
की अब होगा civil disobedience
नहीं चेहिए dominion status चेहिए आपूर्ण स्वराज
क्यूकि इंकलाब जिन्दा बाद इंकलाब जिन्दा बाद खतम कर गोरो का राज
कोई गैर कैसे ही समझेगा कैसे चलाना ये भारत समाज
जैहिन्द
एक्जी करूँ