देतने खुभाओ जबसे भोईल बाबिया है
मारे तारू माँजा को के जिन्दी तबा है
देतने खुभाओ जबसे भोईल बाबिया है
मारे तारू माँजा को के जिन्दी तबा है
खोईच्छा दिल्के पुरा जोई हो
पहिला के बत्या भूला जोई हो
राद का मिला जानुना जोई हो
का?
जब ही सिकायत बामन में तो हो
पुल ही सिकायत मिटा जोई हो
बहिले के बतिया भुला जोई हो
रति के मिरे जानु आ जोई हो
अरिहो जोने कोन हमके नामा सत्पेठ आ यहा
भेजिते हम लोके सनो आही जगे मिले आ यहा
दिहल हमरे तो सुट सलवार
पेनि के आईहा कले मेहार
कोड़ा में हम राजुरा जोई हो
बहिले के गोलते भुला जोई हो
राते का मिला जान आजाई हा जबे सिकायत बामन मैं तो हाँ कोहे सिकायत मिटा जाई हा पहले का पत्या भुला जाई हा राते का मिला जान आजाई हा
भाने भाई द्रिया हा मारा मा तोहरे बाने तोहरा सिमा जितना ही के कोरो के माने
आरे छूट मत बोल
बारु प्रभाश के तु जान हा
बारु प्रभाश के तु जान ही के कोरो के माने
राते का मिला जान आजाई हा