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Ghali Ghali Labadi Phira
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Uploaded by86_15635588878_1671185229650
जुण्खेडा या गली गली लद्दी थिला मे गली गली लद्दी थिला
बिँच शहर भच्चो नकऽन ख़ण
अगली गली रत्न थी जामृ
मिलुवा जिताई नदर न रे गली गली रत्न थी जामृ
अगली गली रत्न थी जामृ
विदश्छर
॥ गुल्पुछे के किठे विले गत्ले, लगण बारी कुले धमरे जुधन्रया.
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
प्रोण प्रयाके दुपतलाई कोई नहीं
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