अपनी है मिट्टी
अपना ये जहाँ अपना आसमा
अपनी है मिट्टी अपना ये जहाँ
मिलता दिल से दिल जहाँ पे ऐसा बुलिस्ता
अपनी है मिट्टी अपना ये जहाँ
मिलता दिल से दिल जहाँ पे ऐसा बुलिस्ता
मिलता रब जहाँ पे
मिलता दिल से दिल जहाँ पे
हो है प्यारा अपना बुलिस्ता
हिंदुस्ता
मेरा प्यारा गुलिस्ता
हिन्दुस्ता
नए नए सपने है इनके नई है उनकी उडान
आखों में सागर है इनके है मोतियन की खान
तारों से टिम्टिमाते जुगुनू बनके मुस्कुराते
ये है अपने जग के रोशन्दान
हिन्दुस्ता
मेरा प्यारा गुलिस्ता
हिन्दुस्ता
तीन रंग से सजी है मेरे इस आँगन की शान
जो फैली है चार बुजा में बांदे करोडो जान
जो फैली है चार बुजा में बांदे करोडो जान
पीगै चार बुजा में पांदे करोड़ो जान।
हात में ताकत है इनके, सास में तूफा है इनके।
ये है प्यारा मेरा गुलिस्तान।
इन्दोस्तान, मेरा प्यारा गुलिस्तान।
इन्दोस्तान, इन्दोस्तान।