जय जय जय जय रभिदस जी
गुरु रभिदस जी के आरती वुतारा
जय गहरा लगा के जगावा
फल फूलो से भोगो लगावा
गुरु रभिदस जी के आरती वुतारा
गुरू रोपी दास जी के यार तीव तार गुरू
पंडाल बाटे सजल ओरबा जो ता भाजन बड़ी लागो ता सुहावन
रभी दास जी मूरत्या रभी दास जी मूरत्या
सब मिली जुली तर शनू पाव
पंडाल बाटे सजल और बाजन बड़ी लागो ता सुहावन
रभी दास जयंती मनावा गुरू रभी दास जी क्या रभी उतारा गुरू
गुरू
संतों के संत बाबा रभी दास जी कहाले
माघः पुरुनी माघे दिनावा रभी दास जी पुझाले
रभी दास जी पुझाले
रभी दास जी पुझाले
बीमल राव से भाजन गावावा दूसी केंदर अगर बहती देखावा
गुरू रविदास जी के आरती हुतारा गुरू जै बोला रविदास की