हरी द्वार भी लचाऊं
के दार भी दिखाूं
रह हरी द्वार भी लचाऊं
के दार भी दिखाऊं
रतन जड़ों तो चालें मेरी गेल
पकड़ कन तू भी आंगली
रत चाल चाल त्यार होल ले रतावली
हरी द्वार काम गेडा रहें मराजू बावली
रत चाल चाल त्यार होल ले रतावली
तन पाड़ा काम गेडा रहें मराजू बावली
ओड़े बड़े बड़े पाड़ी और जील देखिये
ओड़े वाबशन बनाऊं तेरी रील देखिये
महदेव किरंग में रिंग जा फिर ओड़े जाग वावली
तन गून के मजागोरीया जवें गवाधीया में
तेरा लाग चेखा, तिल उदचेखें तु बूले तंडिगड़ बावली
रित चाल चाल त्यार हुल ने रतावली,
हरी द्वार काम गेडा रहें मराजू बावली
चल चल प्यार होल मेरे तावली तन बाड़ा का में केडा रम राज बावली
और थंदे धंदे पानी की पड़े की पुआरे रे
चड़ जाग तेरे मसती कायो खुमारे
इदमिल्नाला sliders