ماऐ कै जर जो बोल हो दी
बूर्जा न मान जो होओली है
माऐ कै जर जो बोल हो दी
बूर्जा न मान जो होpetto
होली मेदा ना क्हा है
बाड़ू तू हूँ खूस हो
लागता है आज बिली में तोहरा खूसल बड़ूए मूस हो
हमरो के बतावा तानी तहरा संहे का भई
दागी जब ना बोल लो होगई
तो ना के जर इच बोड़ होगई
पहुँ जब ना रहे पहले
अब जब कहते जाएँ के बोड़ होगई
अब जब नी समय बिताओ तू हो
बहरी भी तर रंग आओ तू हो
भरफां तुहार से निकाला बना बहरी
दिन राटी आत पन ओथाईले रहो गहरी
कई सने हेसास भई जब तुहारा भी तर गई
दागी जब ना बोल लो होगई
तो ना के जर इच बोड़ होगई
पहुँझ पहुँझ पहुँझ तना रहे पहले
आओ जग है पझात की कोड़ गई
पहुँझ पहुँझ पहुँझ
आओ जग है पझात की कोड़ गई
पहुँझ पहुँझ तना रहे पहले
ना के जर इच बोड़ होगई
कोड़ लो बड़ा दे बोगनी जी के हो
चोली के दुनो तहरा जी जी के हो
जी जी के हो
हमले उकामबा माझे बारे से हो
मन नहीं होते योग भागतारे से हो
लालु राजी भी राजी पेहर तम याद रखो भूखे न करी
ता बीच बना बल नहों होगई
साइन ना के जर इच बोड़ होगई
आउच पहुँचल बना रहे पहले
आग जोग है परजात की गोड़ होगई
माई जी