सच्ची महब्बत एक बार होती है दोबारा नहीं होता
सागर का कोई किनारा नहीं होता
हम तो वफा करते हैं मेरे दोस्त
बेवफा का कोई सहारा नहीं होता
सजल साजा बल हमारे सपाना कोई दिहलू तू चकाना चूर
जो इसे तू तूरलू हमारा दिला वा तुहरो ता तूटी जरूर
तुहरो ता तूटी जरूर
चाहिबी आगे
सजल साजा बल हामारो सापाना कोई दिहलू तू चाकाना चूर जैसे तू तूरलू हामारो दिलाबा तोहरो तो टूटी जरू
ए जाने डोहनी में बइठी ससुरा जातारू हमसे दूर
कम ना तू बात के दे तारू साजा कोउयो तारू कहें हमके भूला जा
कम ना तू बात के दे तारू साजा कोहो तारू
काहे हम के भूलाजा का बाटे हामार कसूर काहे बारू तू नफनत मे चूर
ए जाने डोहनि में वाई थी सशुरा , जा तारू हम से दूर
ये जाने डोनी में बैठी ससुरा जाता रूहम से दूर
नुका के नजरिया तु देखे जहरिया काढी करे जया तु जय भू गुजरिया
नुका के नजरिया तु देखे जहरिया काढी करे जय तु जय भू गुजरिया
कैलु संकर मु कैच से गुरूर
अमित आवा रखे बनवान
ए जाने डोहनी में बैठी ससुरा जातारू हमसे दूर