What do you want to listen to?
Song
Jabse Hum Tum Baharon Mein - 2
Suman Kalyanpur,
Mohammed Rafi
0
Play
Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे तुम नजारों में जैसे ये जिन्दग जागी आखों का खाब है
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे तुम नजारों में जैसे ये जिन्दग जागी आखों का खाब है
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे तुम नजारों में जैसे ये जिन्दग जागी आखों का खाब है
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे तुम नजारों में जैसे ये जिन्दग जागी आखों का खाब है
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे तुम नजारों में जिन्दग जागी आखों का खाब है
छोड़ दे जो नेना मोड़के दो नेना जोड़ दे जो इतना शोख है वो शर्माना भी छोड़ दे
ये शोखी सी निगाहों की ये चोरी सी अदाओं की जैसे ये दिल की जागी आखों का खाब है
जब से हम तुम बहारों में हो बैठे गुम नजारों में कैसे है जिन्दगी
Show more
Artist
Suman Kalyanpur
Mohammed Rafi
Uploaded byThe Orchard
Choose a song to play