हलो हलो जीन हो जाने हम बोला दाने
हाँ हाँ आस्तू ना बड़ खाई गुण के परिसान
हाँ हाँ आस्तू ना बड़ खाई गुण के परिसान
बहुत सुझे
अच्छा
या
पुछला
बहुत सुझे
होली है
या द्भान पायं तो छोड़ा
होली के मंट का भोड़ा
देखा कोही गहिर पलटी
डबल रंग फारि के खोरा
मातागे तोनी भागलि हाे
ही से लागली हाे
जहँ भीन छल जायी तारा ता
बिढूरी दिही तो हसं आुथा
कोही बिलबग हा मारी चिन
राबीर न भावबहम ता
तुहर कहन लोज़ा कोही आपा यार
भादार रंग डाल होता
तुहर डाल लोज़ा कोही आपा यार
भादार रंग डाल होता
का पुझला
भोली है, भोली के नासा बचार है
भोली के जिन्दगी भवारण
भोली में केहूं न पूछे
भोली मत पुरा भागून चूछे
अइसे काहे बुलाता
तलबी के साथ हमो धाईने
सुख के जिन्दगी भाईने
हमो के तु भूली जा
बुझिया तु प्यार में ठागाईने
कोई यह होली न काई जमट खेला
भातार तु रुखला भाधार
तुहरां नतर कोहि आप ये
तुहरां नतर कोहि आप ये
भाधार रंग डालो होता
एय यार अग दु बसता