What do you want to listen to?
Song
Jarasandh Ka Vadh Kaise Hua
V.A
0
Play
Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
और फिर पांडों का राजसूय यग्य शुरू होता है
और राजसूय यग्य में अग्र पूजा के लिए
सबसे पहले किसकी पूजा हो
तो अर्जुन ने कहा का भगवान की पूजा होने चाहिए
लेकिन से सुपाल ने बहुत गलत गलत सब्द कहे
तो उसको मार गया गया अंत में माराज जब यज्ञ सुरू हुई तो भगवान ने युद्धिष्ट अच्छा वो यज्ञ कैसे होती है जो सारे राजा हार जाएं समर्पन कर दे तब आप कर सकते हैं
तो भगवान ने पूछा कहा कहो जरा संध की क्या स्थिति है उसको हराए तो भीमने धीरे से कहा कहा खुद तो नहीं हराए पाल हमसे पूछ रहे हैं हराए कि नहीं हराे
भगवान ने कहा, जब तक उसको नहीं हराओगे, तब तक यद्या नहीं हो सकते
तो कहा, चलो चढ़ाई कर दे, कहा इसे चढ़ाई करोगे, तो उससे जीद भी नहीं सकते
wrench यह दीमिणय से विड़ेज तक रघान का दान लीजिए किसका ज्ञाद चाहिए
कर दाल मुझे चाहिए योधा विव्ध 2 विशय
कर दो
कि यह विध््यक कदांत में
कि किससे लड़ो सके कि दोनों में से एक से लड़ना है अर्जुन को देखा अरे का यह तो बाण
भीम के साथ अच्छा उस समय ओम माराज सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि जो युद्ध जो पहलवानों का होगा ना एक पहलवान जितना खाएगा उतना ही दूसरा पहलवान खाएगा उससे जादा नहीं जहां वो सोएगा वहीं वो सोएगा जो वो खाएगा वहीं वो खाए
हमको लगता है कि हम इससे युद्ध में तो नहीं मार सकता मुझे लेकिन बिना भोजन के मारण लेगा भगवान दूसरे दिन की युद्ध में जब युद्ध प्रारम हुआ तो जैसे ही युद्ध शुरू हुआ ना इसारा किया कहा फाल करके फेक दो माराज फालता फेक �
देता फिर जुड़ जाता संधी नाम है ना चरा संधी संधी माने जुड़ना माराज उसके बाद एक बार भगवान ने एक दिनको को लेकर के फेड़ करके विपरीत दिशा में भेका है उसी तरीके किया जरासंध का उध्धार हो गया और उसके बार आगे
Show more
Artist
V.A
Uploaded byThe Orchard
Choose a song to play