माई के नगरियां में भेड़ बड़ी होला, मैया के गेटवा खुला रहेला, लाहा खो आला, लाहा खो जाला।
मैया के दुनियां कहेला दिलवाला।
य़ख्री के गढिगढि जिल्वा बनावनी, माईके नेवटाते छवनी।
मैया यल है घारे, मैया यल है घारे।
चाय के गढिगढि जिल्वा बनावनी, माईके नेवटाते छवनी।
पेहनावा रातर में जुलाई पजुलवा धीरे धीरे
मैया आईने घरे चड़ते नव रातर में जुलाई पजुलवा धीरे धीरे
मा जेजे मा जेजे मा जेजे मा जेजे मा
बाखवा बैठी मैया ये खमरा खाली
देजी है बढ़णना माई जाई गोई यामर भार
बाखवा बैठी मैया ये खमरा खाली
देजी है बढ़णना माई जाई गोई यामर भार
अंदिर के दोई तौई बुख चंदन लगवनी मैया के आसन सजवनी
अंदर के दोईनोप चंगम लगवनी, मैया के आसंस जवनी, मैया याई है घारे, मैया आईने घारे, चड़ते नव रातर में, जुलाई पुछुल्वा धीरे धीरे
मैया याई है घारे, चड़ते नव रातर में, जुलाई पुछुल्वा धीरे धीरे
महामेमे दुर्ग्रामै के सजवनी गाहरा तारे हो, मैया के मह्माः होलां सबसे अप्राम्पारे हो
मामें भी दुर्गा मर्के सजमनी दर्पार हो। मैया के मैमा होला सबसे अपरंपार हो।
होते समेर चली जैबू ये माई याई भूतु याद दिन राती।
याई भूतु याद दिन राती।
जैमाई पुछुवावा भी रेखियमाई जैमाई पुछुवावा भी रेखियमाई