पूरी दुनिया का मालिक वो भोला मतवाला है
रे ओम नाम के रचने से मिट जाओए पाप हमारे है
रे सिव भोडे मां पाप अरफानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आंके सिव संभू ये तीन लोग भी हारे है
तेरे सिव संभू ये तीन लोग भी हारे है
रे सिव जी का भी नाम है सत्य सिव ही है समशा
रे एक दिन सब ले जाना है तो फिर कैसा अभिमाद
रे बरफ में पाले में बैठा अटल समादी लगी हुई
आख तीसरी के अंदर ये कोध की जॉला जगी हुई
रे हार लिये जो दुनिया से वो शिव संभू ने उभारे है
रे सिव भोडे बाबा बरफानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आखें शिव संभू ये तीन लोख भी हारे है
रे सिव भोडे बाबा बरफानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आज कैशिव संभू ये तीन लोक भी हारे है
ओम अनादी भूत गनादी तुम पाताल के राजा हो
शिव की शक्ती अजर अमर ना तुम लाओ अंदाजा हो
नील कंठ माथे चंदा और जटा बीच गंगदारा है
उसकी बिगडी बनादी जिसने भी तेरा नाम पुकारा है
जिसके उपर हाथ तेरा वो तुनिया से ना हारे है
रे सिल भोडे मां बापर फानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आज कैशिव संभू ये तीन लोक भी हारे है
रे सिल भोडे मां पा परपानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आके सिल संभू ये तीन लोत भी हारे है
रोम रोम मैं बसा है भोडा कन कन मैं डेरा है
गोरा के स्वामी सिल संभू सिल भोडा मेरा है
विपिन करिमपुर बोले की महिमा लिख जावेगा
हरेंदर नागर लेतारी के संग में गावेगा
रे हरी द्वार में सारे बोहले शीज जुकाने आरे हैं
रे सिव भोडे मां पापर फानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आँके सिव संभू ये तीन लोक भी हारे है
रे सिव भोडे बाबा बरफानी जीवन तेरे सहारे है
तेरे आके सिव संभू ये तीन लोख भी हारे है