इतना बता दे मुझे खताएं क्या है करी
इतना बता दे मुझे तू मुझे से दूर ही क्यूं गई
आज प्यार कमें करें ने इसाब बैठा पुरानी आने और शराब लेके साथ बैठा
थोड़ा सा पास देखा तूझे मेरे साथ देखा मुझे तू लगा तू हमेशा मेरा साथ देगा
लगता हूँ चान लेवा हिंदी रै को सांस देता
इता बदलते हुए मैंने उसे आज देखा
करता था प्यार तू बताया बार बार साथ तेरे जिन्दगी
बिदाने का जो ख्वाब देखा
बाते थी इतनी मुझे से छुपाई गई
जलनती इतनी दिखती बदाई नहीं
लगती है शायरी भरती है टाइरी
तुझे भी पता है मुझे आज तेरी खाईगी
जखम हैं कितने तु समझ नहीं पाईगी
दूर तो जाएगी तु बड़ा पच्च पाईगी
ताज आएगी तो भी जेल नहीं पाईगी
पता है मुझे वापस लोट के तुम आएगी
तुझे ही पढ़ू और लिखू इन किताबों में
तुझे ही आध करू सुबह शाम और रावों में
तु हई उमीद मै लगाऊ थोड़ी हास
तुझे ही देखू सुबह सूरज के उजालों में
दुल्गो में खोना चाहूँ जैसे मैं खयालों में
दिखती है तू मुझे चांध और सी जारों में
बदले का प्यार में रे देती किसी और को
तिरे से प्यार के लिए बन जाओं डक मैं
इतना बता दे मुझे
कता एं क्या है करी
इतना बता दे मुझे
तू मुझसे दूर ही क्यूं गई
इतना बता दे मुझे
खताएं क्या है करी
इतना बता दे मुझे
तू मुझसे दूर ही क्यूं गई
बाते नहीं फरजी ये बाते सारी कागजी
लगता नियाम में ये बात तू भी मानती
बनती थी खाफती तू देख मेरी ताज़गी
तेरी सहेलिया मुझे आज भी हैं सागती
समझा मुझे किस बात की नराज़गी
सच के मैं साथ तू देख मेरी साथ की
जब भी तू चाहे पास पहुँचू तेरे आज भी
हनी है साथ तो फिर मैटर होते बाग नहीं
बटकू मैं ऐसे मुझे तेरी ही तलाज थी
मिलने था पोचा भी न मिले हुई वापसी
बने तू ऐसे जैसे मुझे नहीं पैचानती
फिर भी तू सामने एस्थेटिक बने नाचती
मेरे लिए क्यों तू आज भी राते जागती
करने आया बाच चित कहानी बड़ी टागती
गानों में सिकर बिटो से करता बाच
ये थोके मुझे से दूर मेरे पास ही तू भागती
प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र