खोड़ा हम रंगी है
खोड़ा हम रंगी है
कलू सेव रंगी है पवाना में रंगी है
खेसारी तो हर गरम गोधाम रंगी है
करे में छेड़े खाने नहीं बात मनी है
खेसारी तो हर गरम गोधाम रंगी है
खेसारी तो हर गोधाम रंगी है
परमोद परेमी के बाचोख पिचकारी
पिछे से डली है तो निकली या गारी
यह चकर में भौइल माहा मारी
सब के हुँ चाहे डलल पारा पारी
अमील का महला लगाई दिहें सूब
खील माठी या पराई दिहें धूओ
जपूरी के बे आशंता माम रंगी है
खेसारी तो हर गरम गोधाम रंगी है
खेसारी तो हर गरम गोधाम रंगी है
खेसारी तो हर गरम गोधाम रंगी है
छर हर बदन तो हर पातर कमरिया
जाही लेटाई तो हर लहां गाया सडिया
मिली कांदी है आज याई सन या जूबा
निमु तो हार होई जाई है खरबुजा
हाथ में लेके यो भीरिया हो
डालिती है सोटी के भीरिया हो
दिला खुस सकती सारे आम करी है
खेसारी तो हर गरमा गोधाम रंगी है