मा काही तो पण तो कानी
मो आखिर लूँ हसुखुनी
मा काही तो पण तो कानी
मो आखिर लूँ हसुखुनी
मंगला कारेणी, संकता हरेणी
जानेनी काही तो डोरी लागुनी
मा काही तो पण तो कानी
मो आखेर लोह सुखुने
उडि गला चड़े रो पेटा कथा जानु
पाताल रो डाकी ले बिकान पाती सुनु
बरग छछाई बरी रखुमा घोडे
सित खरा बरसा कुनी जेनो सही
ममता रो राणी भकत रंकुनी
ममता रो राणी भकत रंकुनी
ममता रो राणी भकत रंकुनी
देखा मालक बनवासिनी
मा काही तो पण तकानी
मो आखेर लोह सुखुनी
मो आखेर लोह सुखुनी
तरुला ता पसुफखी तो आगे समाना
जोगी भोगी पापी तापी सबुतो संताना
ओ ममता रो महा डोरे सबिंगुनी
मो बेड़ा कु काही पाई दिना गड़ा उचु
अभया दाईनी पातका नासिनी
मो आडे चाहालो बेड़ा बासिनी
मा काही तो पण तकानी
मो आखेर लोह सुखुनी
मा काही तो पण तकानी
मो आखेर लोह सुखुनी
मंगला कारीनी संकोटा हारीनी
जानीनी काही तो डोरी लागुनी
बादया कर्याल्स सा बादिया सा राकेeksा भईकामिना
उखार बादिया से उखारि निर्म्सन आहास्या जालाहल्कुं