मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी मन सुना हो थी ता
उमर भुमर बादर करे थी छोली ते काबर बने अन जान
मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी मन सुना हो थी ता
उमर भुमर बादर करे थी छोली ते काबर बने अन जान
किर्या खवाए उकरे कराई
कैसे आए बैरी ते भेले के बाजा थी रही मन सुना हो थी ता
मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी रही मन सुना हो थी ता
उमर भुमर बादर करे थी छोली ते काबर बने अन जान
जुम और जुड़ा जाही गीते गदेया
मैं आके बनना मां मोला बाधे थी रही मन सुना हो थी ता
मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी रही मन सुना हो थी ता
उमर भुमर बादर करे थी छोली ते काबर बने अन जान
काहा जावते हैं काहा यागें वो
तोर सुधे मां मैं हाट हरला भुला थी रही मन सुना हो थी ता
मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी रही मन सुना हो थी ता
उमर भुमर बादर करे थी छोली ते काबर बने अन जान
नधिया के पानी भावर जलती था
नधिया के पानी भावर जलती था तहर जलती के का करों भिला विचार थी रही मन सुना हो थी ता
तहर जलتی के का करों भिला विचार थी रही मन सुना हो थी ता
मजुर मैंना बोले डरा पाना रोले थी रही मन सुना हो थी ता
खुमर खुमर बादर करी थी तोली ते काबर बने अने जान
धिन्मा तोर सुरता सपनाय आथेरा
धिन्मा तोर सुरता सपनाय आथेरा
धिन्मा तोड़ सुरता सपनाय आथेरा करे रही वे जूरा
लेके आहू वारा, ।ही रही मन सुना भाते ता