अगावाना भूत नई के यब का बलंब यउजाईल तुबाना
हापनी का धीर धराय
राजा मनवा के अपना याडा
कुछे दिने बाकी गटे यब जणी कामो बिगाबारी
हो अमरो तमन बाते बन के हो मै यपना मारी
पारी जाये दसे नुरा राजाजी कोई
सनो तुबाडा
मिले के कोई सिसमे छुपे आजाता नी कसुरारी
ठीका कामो नोई खेला जो लागे हो मरा भारी
रोही जे ख़राजी कोई सन कोई लनो होई सने चाहत तुबाडा
हाँ तोनी का धीर धराये राजा मनवा के अपना याडा