विल म्यूसिक, विल साउन, म्यूसिक ब्राइज, सोवर मंदिर, स्टूडियो, दोसा, सिपरिस्टार, सिंगर, महेश, बजा, पत्ति, माला, म्यूसिक, वोई अपड़ा, एजराम, लाक्ता
अरे मुन्याई अतमों आवे, मारी मौबत ने क्यों ठुकरावे
अरे मुन्याई अतमों आवे, मारी मौबत ने क्यों ठुकरावे
पहली तो तू प्यार सिकाई, दिल में जगा बनाई
आज तो मैंना दूरे कर छोरी पेट गई यारन मेरे
अरे मुन्याई अतमों आवे, मारी मौबत ने क्यों ठुकरावे
अरे मुन्याई अतमों आवे, मारी मौबत ने क्यों ठुकरावे
पहली तो तू प्यार सिकाई, लाक्ता
तरि आत्मन कनीत तावे निंद मुझे नहीं आवे
तरि आत्मन कनीत तावे निंद मुझे नहीं आवे
सारी दुनिया छोरी मोने सुन्दर करनों बतावे
सारी दुनिया छोरी मोने सुन्दर करनों बतावे
अरे मुन याई अचमों आवे मारी मोबत ने क्यों ठुके रावे
अरे मुन याई अचमों आवे मारी मोबत ने क्यों ठुके रावे
या छोरों तो नह समझावे मारों सो को मिलनों
या छोरों तो नह समझावे मारों सो को मिलनों
दुनिया की सुन्दर जोड़ी छोड़ी इने क्यों बचटावे
अरे मुन याई अचमओं
आवे मारी मौबत ने क्यों ठोके रावे
आवे मारी मौबत ने क्यों ठोके रावे
आवे मारी मौबत ने क्यों ठोके रावे
आवे मारी मौबत ने क्यों ठोके रावे
मारी मौपत ने क्यों ठोते रावे
मारी मौपत ने क्यों ठोते रावे