आज मेरा मन बोला मेरे पास बैठ जा
मेरे साथ बैठ जा दो गम की बाते कह जा
दो पल करो ना हर बर तुमको खो ना
इतना एजी नहीं है ये मेरी बात को तुम समझो ना
उस दिन नाही तुम मेरे पास ही बोल कर
मैं ना जाओगी गरेशेव तुछको छोडकर
मैं ठेका रहा तू paraa su sea
समझीविं तुझे आना ही क्यूं था मेरे पास
जब तुझे जाना ही था मुझको तोड कर
तुझे आना ही क्यूं था मेरे पास
बास जब तुझे जाना ही था मुझको तोड कर
मुझे याद है वो बाते तेरी फुरानी से
मुझको मालूम भी नहीथा वो बस कहाणी थी
मैं פूछँंगा भी नहीं और भूलूंगा भी नहीं
तू कलेगी move on मैं तुझको गुरूंगा भी नहीं
आज मेरा मन बोला मेरे पास बैठ जा
मेरे साथ बैठ जा दो गम की बाते कह जा
दो पल करो ना हर बार तुमको खो ना
इतना easy नहीं है ये मेरी बात को तुम संजो ना
आज मेरा मन बोला मेरे पास बैठ जा
मेरे साथ बैठ जा दो गम की बाते कह जा
दो पल करो ना हर बार तुमको खो ना
इतना easy नहीं है ये मेरी बात को तुम संजो ना