वक्त की साजिश में हर पल खोया है
भीगी आँखों में किसने गांपे रोया है
गुजरे लम्हों में बीती सदियां है
तनहा रहता हूँ मैं रूठी खुशिया है
मेरी जाते तेरे बिना मैं कैसी हूँ
मेरी जाते तेरे बिना मैं कैसी हूँ
मेरी जाते तेरे बिना मैं कैसी हूँ
मेरी जाते तेरे बिना मैं कैसी हूँ
मेरी जाते तेरे बिना मैं कैसी हूँ
सूनी इन राहों पे जाने क्यों जलता रहा
तनहाईयों के भवर में गिरता रहा
रोता रहा हर पल मैं तडबता रहा
यादों के भीगे मासम में जलता रहा
सुन ले ओ वजनवी खाब तूटे सभी
कैसी वीरानी है कैसी है बेबसी
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान
मेरी जान