मध्यम मध्यम सासे तेरी मुझे को क्यूं तड़पाए
खुद को रोकूं कैसे मैं भी वश में ना मेरे अभी
तेरी जो बाते बड़ी है नशीले शीले उसमें ये रात भी
है थोड़ी भीगी भीगी
हुआ क्या थोड़े निशे कर लिये
सुबा तक तट पे बैठे हम पीए
मिले जब तेरी आँखों से
तो दिल मेरा अब सनम तुम्हें दे दिये
हुआ क्या थोड़े निशे कर लिये
सुबा तक तट पे बैठे हम पीए
मिले जब तेरी आँखों से
तो दिल मेरा अब सनम तुम्हें दे दिये
तुम्हार में आए ये रात
ना कर दू जानने की बात
कर दू मेरा नशा
सुन ले ये और
सुने भाषा
आजे की रात
बस में ना मेरे कुछ
तू सच है हूँ मैं मुझ
सुन मत ना मेरे दुग हो जाए ना
तुझको कुछ है कहने को बातें बस
मखन और कैचअप
आंटी से के पराठे एफम पे
चल रहा हूँ मैच अप
तेरा चेहरा मैं भुलाना ना हूँ
चाता चाता तुझको कुछ बताना चाता
इसका कुछ बनाना
चले चले चले यहां से रहाना
है ये लमा अब सवरे तक हमारे पास
दूसरे के पड़ी मेरे पड़े
और ये रात
नाकर तू चाहने की बार
कर तो मेरा नशा सुन ले ये हम सुनी बाशा
तो आज की राज मध्यम मध्यम सासे तेरी
मुझे को क्यों तड़पाए
खुद को रोकूं कैसे मैं अभी
वश में ना मेरे अभी
हुआ क्या थोड़े नशे कर लिया
सुबारी
तक तटपे बैठे हम पियें
मिले जब तेरी आखों से
तो दिल मेरा हम सनम तुम्हें दे दिये
हुआ क्या थोड़े नशे कर लिया
सुबारी
तक तटपे बैठे हम पियें
मिले जब तेरी आखों से
तो दिल मेरा हम सनम तुम्हें दे दिये
हुआ क्या थोड़े नशे कर लिये सुबा तक तटपे बैठे हम पिये
मिलें जब तेरी आँखों से तो दिल मेरा हम सनम तुम्हें दे दिये
हुआ क्या थोड़े नशे कर लिये सुबा तक तटपे बैठे हम पिये
पहले जब तेरी आँखों से तो दिल मेरा हम सनम तुम्हें दे दिये
तु और में आए ये रात
ना कर तु जाने की बात
कर तु मेरा नशा
सुन ले ये और सुने भाषा
आजे की रात
आजे की रात