फूलों के बागों को मिलके
हम
फूलों के बागों तुछको चाहते हैं
मुस्कुराते हैं फिर खिलेगा
ऐसे लग रहा तेरे साइद से जुड़ा हूँ मैं
जीता ऐसे हूँ सब लोगों से जुड़ा हूँ मैं
तेरी वज़ासे बस तुछ मैं डुबाओं मैं
तेरे निशाएं जहाँ भी आब जाओं मैं
मुझको नीनद आयेना
तुहाँ सुला देना
उज़े गोध में लिठाके मेरे बाड़ों को सैलाके कोई सपना दिखा देना
मुझे पास बुला लेना बाहों में चुपा लेना
मुझे सेदे से लगा के सारी दुनिया बुला के कोई सपना दिखा देना
तेरे पानों को चुके हवा को मिल गई उसकी होने वाली दिशा
इस पर भी हफाने
तेरे बालों में उलजे रहना चुना जैसे ये उंगिलिया
मुझको नीनद आयेना
तुआ सुला देना
मुझे गोध में लिठाके मेरे बाड़ों को सैलाके कोई सपना दिखा देना
मुझे पास बुला लेना
बाहों में चुपा लेना
उज़े सेने से लगाके सारी दोनिया बुलाके कोई सपना दिखा देना
फूलों के बागों को मिलके हाँ
तुछको चाहते हैं,
मुस्कुराते हैं,
खिल-खिलाते हैं