ओधनी केहे गफन बनै दिहा जनै जा पयाईके
धरावाय अपन बसैहा धर है मर जलाईके
ओधनी केहे गफन बनै दिहा जनै जा पयाईके
इतने बफा तुनि भादिहा, कहा ना हमर पुरादिहा, लुट जाई हमर घर परिवार, अन्तिम्या सरा पुरादिहा
माँजीया है अपन भराईहा, चीता है हमर जलाईके, ओधानी के कफन बनादिहा, जनाजा पयाईके
साँस धम जाति है पर जान नही जाति, तड होता है पर आवाज नही आदि
अजीब लोग है इस चमाने में, हम भूल नहीं पाते और किसी को याद नहीं आती
छोरे दे हब हम तोरी संसार, खुस रही हाँ जाके पियावाते घार
छोरे दे हब हम तोरी संसार, खुस रही हाँ जाके पियावाते घार
होसत खेलत कोटे उमार, दिल से बाटे दू आहमार
सुबोध जोवरिया सुना, पपलु साहिला सुना
ती बेस्ट वल्वसाहिना, यब दारा दाच दाईके
ओ धनी के तपन बना, दिहा जाना जापना
याईके
ओ धनी के तपन बना, दिहा जाना जापना
याईके