उठा वा गुलावी
परोड़ो के
लेवां का कुछ पकाट से
हेर जब बोलोना का बाई राना हो
इसे देखे लोगता तिलन भरसे
कारी कारी नेना तोहार लागे सराभी
सिंगार राइ राइनी
मानावातो बिगळे हमार राइ राइनी
तोनी मौने अपन लक्खा पंटर रोलम हमाया आईबुना इमेथे बोलम
देखाला पनी अपन चके हो जाला खाराबी
जान मारे गोरी तोहार हुलिया हो
साथे लूजब लोला की इति कुलिया हो
ए बाबु रोहित दो हम के बताई हो
काहे कौरे लो इतना बडाई हो
मन मन से धूके बाई आज तोपे हाबी
जान मारे जान उठवा गुलाबी