बुल्वन्शिवाडे की
जब से मन खोली दाई
मेरी हो गई मन की चाही
पड़े मेरे बिगडे काम
पल-पल ध्यान रखे मेरा
वो बाबा मोहन राम
जब से मन खोली दाई
मेरी हो गई मन की चाही
पड़े मेरे बिगडे काम
जब से मन खोली दाई
पल पल ध्यान रखे मेरा वो भापा मोहन राम
जब से मन खोड़ी दाई मेरी हो गई मन की चाही
लई सरन खोड़ी वाले की कर मन में विश्वास
लाज राख परवत वाले में तेरे चरण का दास
तीपर कम भरी जलहरी सुभे से हो गई शाम
पल पल ध्यान रखे मेरा वो भापा
मोहन राम जब से मन खोड़ी दाई मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरा वो भापा
मोहन राम जब से मन खोड़ी दाई मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरा वो भापा
मोहन रखे मेरी हो गई मन की चाही
पल पल ध्यान रखे मेरा वो भापा
मोहन राम जब से मन खोड़ी दाई मेरी हो गई मन की चाही