पाना जो ये संपान तो रपिया मा
देखी के जुड़ा लाजिया मा
पाना जो ये संपान तो रपिया मा
देखी के जुड़ा लाजिया मा
अखिये कह सोझा दिन भर राखनी बइठाई के
पिया के मुझ सुकिया हो चूस किया लागे
चाय के
पिया के मुझ सुकिया हो चूस किया लागे
चाय के
पुलकर सुगों से ज़्यादा बूलिता में जिरागे
उलकर सुगों से ज़्यादा बूलिता में जिरागे
जब कहले सुनाए दरलिंग तो निकलागे
उनको सुगो से ज़्यादा बोली तो में जुलागे
जब कहले सुनाए दरलिंग तो निकलागे
ओरा में सुनताई रोजे आचा रहा उड़ाई के
पिया के मुँ सुकिया हो चू सुकिया लागे चाये के
मन चाहकेला जबसे में दिलमे उतरने पिया
नेहव लोगी सन जुड़ाल पमोवा मति हम दिया
मन चाहकेला दिलमे उतरले जबसे पिया
नेहव लोगी सन जुड़ाल पमोवा मति हम दिया
नेहव लोगी सन जुड़ाल पमोवा मति हम दिया
पिया के मुँ सुकिया हो चू सुकिया लागे चाये के