रहमत का तमाशा तू जमाने को दिखा दे
रहमत का तमाशा तू जमाने को दिखा दे
इस तहकी हुई आग को गुलजार बना दे
गुलजार बना दे तू गुलजार बना दे
रहमत का तमाशा तू जमाने को दिखा दे
रहमत का तमाशा तू जमाने को दिखा दे
तू चाहे तहर पत्रे शब लंबन शोला
शब लंबन शोला
तू चाहे तो हर शोले में एक फूल खिलागे
चाहेगा बचाना तो बचानेगा
वह हर बार बचानेगा
वह हर बार बचानेगा
वह हर बार दुन्या को जलाना है तो सव बार जला दे
दुन्या को जलाना है तो सव बार जला दे
बेहते हुए उन्डोरे उसे छू नहीं सकते
उसे छू नहीं सकते
वह खूलों की चादर जिसे खुश होके उड़ा दे
वह खूलों की चादर जिसे खुश होके उड़ा दे