बजाये दिन्दा
सर्दी में हर्दी मिला के पियावे
हमरो मन लासिया ही देता
सर्दी में हर्दी मिला के पियावे
हमरो मन लासिया ही देता
कि पियावा, कि पियावा, कि पियावा
हम के ओढ़ा के राजाई उबजाये दिन्दा
कोई सोखी
उबजाये दिन्दा
Music by Ravi Raj
कोई जोले के खोले के आवा हो
हमर छटिया से छटिया सटावा हो
नहीं ऐसे तू तरसावा हो
हम के दूर ना रानी हटावा हो
कोई जोले के खोले के आवा हो
हमर छटिया से छटिया सटावा हो
नहीं ऐसे तू तरसावा हो
हम के दूर ना रानी हटावा हो
देन के दरद मिटावेला मरद
तोसे समान पनियाई देता
कि पियावा हम के ओड़ा के रजाई उदबाई देता
कि पियावा हम के ओड़ा के रजाई उबजाई देता
बजाई देता
राते तुरले बलो कोरी हुन्या हो
सोखी अभीले लांके ओहंया हो
बाडे उंकर बिसालो निरोधया हो
दोरिती हले उलोई चरपया हो
राते तुरले बलो कोरी हुन्या हो
सोखी अभीले लांके ओहंया हो
बाडे उंकर बिसालो निरोधया हो
दोरिती हले उलोई चरपया हो
लेके हथोड़ासे तोड़े पकोड़ा
ओं रद्धोके फोसिया है दिता
कि प्जावा, कि प्यावा, कि प्यावा
हम के उधाखे रज्जाई
ओं दबायी दिता
कि प्यावा, हम के उध़ाखे रज्जाई
ओं बजाई दिता
बजाई दिता