हाँ तो प्रेमी सजनों
ये रागनी देहाती एनडिजे कमपनी के माद्यम से
कि जब वो अजीज सिंग और राजवाला पहरा देते हैं
तो थंदी थंदी हवा चल रही हैं
बारिस के फौरे पढ़ रही हैं
तो राजवाला का मन
अजीज से मिलने को करता है
और कहती है कि पिया जी देखिए कितना अच्छा मौसम है आई दोनों के बीच में
किस कैसी बारतलाप होती हैं और क्या बता दिया इस रागनी को गया है हमारे
भाई बिद्येश सोर्खा जी ने और आपकी अपनी नितुभाटी ने क्या बता दिया
और मत सोर करे
क्या?
सुन लेगा कोई रात में
सुनने देजीए पिया जी
यह दिल काबो कोण्हा
से कोण्हा
सुन लेगा कोई
रात में
सुन लेगा कोई रात में
राजबला
कहिए पिया जी
अगर हम दोनों को किसी ने देख लिया बतलाते हुई
हाँ
तो सारा भेद खुल जाएगा
कोई दिक्कत नहीं है पिया जी
मेरी बास सुन लेगा
कहिए
अय मन पापी ने रोक बावडी
करले गात समाई से
तन में आग लगावे साजने सामन की पुरवाई से
रे लोग हसाई से हो जागी घड़ी स्यात में
या बेचैनी सी लगरी
देचैनी सी लगरी
बेचैनी सी लगरी रम मेरे गात में
ऐस मांजन जोगी स्यानी होके
समझन जोगी स्यानी होके मतना भरम मिता वे से
अंगडाईं सी तूटे तन में बेरी इसकी सठावे से
क्या?
मतना भरम मिटावे से
अंगडाई सी तूटे तड में
बेरी इसकी सतावे से
क्यों धरम घटावे से
वचनावाली
बात में
मेरा जीसा राजी कर दे
जीसा राजी कर दे आ मुलकात में
मत सोरे करे सुन लेगा कोई
रात में
क्या?
मद जोवन का रस पीले आ मिला सांस में सांस में
मेरे
रंग रास तेरे कती बदल गे
चाहत में
इसकी डाटना मुस्किल
इसकी डाटना मुस्किल
इसकी डाटना मुस्किल आरत जात में
सुंलेगा कोई रात में
पियाजी देखिये यहां पर कोई भी नहीं है और रात भी अंदेरी है
मेरे वस्तवों पे
कंट्रोल रहने दे
अच्छा कही आपनी वाद
नु मेरी वाद
अई इंदर पाले जोडी वाले
इंदर पाले जोडी वाले
कर जा सर पे भारी से
कौन देख रहा आजा पिया रात की अंधियारी से
इंदर पाले जोडी वाले कर जा सर पे भारी से
कौन देख रहा आजा पिया रात की अंधियारी से
वचन की हारी से ना करू सेट के साथ में
मैं तो सादी कर के आई
माँबitis
मत सोर करे सुन लेगा कोई
रात में